ऑक्टा कोर प्रोसेसर | Octa core processor in Hindi

प्रोसेसर किसी भी मोबाइल फोन के लिए या किसी लैपटॉप के लिए या कंप्यूटर के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण डिवाइस होता है. इसके बिना इनकी वर्किंग के विषय में सोचा भी नहीं जा सकता है.

जैसे कंप्यूटर का छोटा रूप लैपटॉप नई टेक्नोलॉजी के साथ मार्केट में लॉन्च हुआ था. वैसे ही अब लैपटॉप का छोटा रूप टेबलेट या स्मार्टफोन हो गया है. 

ऑक्टा कोर प्रोसेसर | Octa core processor in Hindi

वह सभी कार्य जो एक लैपटॉप के द्वारा किए जा सकते हैं, लगभग लगभग सभी आवश्यक कार्य स्मार्टफोन के द्वारा भी संपन्न किए जा सकते हैं.

किसी भी कार्य को करने के लिए उसकी प्रोसेस महत्वपूर्ण होती है. इसके लिए प्रोसेसर का प्रयोग किया जाता है. जिस प्रकार से लैपटॉप में प्रोसेसर एक महत्वपूर्ण डिवाइस होता है उसी प्रकार से मोबाइल में भी प्रोसेसर की महत्वपूर्ण भूमिका होती है.

मोबाइल की कंप्यूटिंग क्षमता को बढ़ाने के लिए लगातार प्रोसेसर की टेक्नोलॉजी को अपडेट किया जाता रहा है, और इसी श्रंखला के अंदर ड्यूल कोर, क्वॉड कोर और ऑक्टा कोर प्रोसेसर मार्केट में नजर आते हैं.

हम ऑक्टा कोर प्रोसेसर के विषय में चर्चा कर रहे हैं.

ऑक्टा कोर प्रोसेसर क्या है

प्रोफेसर अर्थात डाटा को प्रोसेस करके रिफाइन करना प्रोसेसर का कार्य होता है  प्रोसेसर की टेक्नोलॉजी के आधार पर इन्हें वर्गीकृत किया जाता है.

ऑक्टा कोर प्रोसेसर एक सामान्य प्रोसेसर ही होता है. लेकिन इसके अंदर डाटा प्रोसेस के लिए 8 कोर इस्तेमाल की जाती है. इसलिए इसे ऑक्टा कोर प्रोसेसर कहा जाता है.

  • ड्यूल कोर प्रोसेसर के अंदर दो कोर का इस्तेमाल किया जाता है.
  • क्वॉड कोर प्रोसेसर के अंदर 4 कोर का इस्तेमाल किया जाता है और
  • ऑक्टा कोर प्रोसेसर के अंदर 8 कोर का इस्तेमाल किया जाता है

अर्थात ड्यूल कोर प्रोसेसर से ऑक्टा कोर प्रोसेसर लगभग 4 गुना अधिक कार्य कर सकता है.
 वही क्वॉड कोर प्रोसेसर से लगभग दुगनी गति से यह डाटा को प्रोसेस कर सकता है.
प्रोसेसर के अंदर कोर की टेक्नोलॉजी के आधार पर 8 कोर वाले प्रोसेसर को ऑक्टा कोर प्रोसेसर कहा जाता है.

प्रोसेसर कैसे कार्य करता है

प्रोसेसर के कार्य करने की कार्यप्रणाली काफी कंपलेक्स होती है. बहुत सारे फैक्टर इसके पीछे कार्य करते हैं. जिसे आसानी से एक्सप्लेन नहीं किया जा सकता है. क्योंकि बहुत सारे ऐसे फैक्टर होते हैं जो प्रोसेसर के कार्य को प्रभावित करते हैं. इन सभी फैक्टर की अपनी एक दूसरे के साथ डिपेंडेंसीज भी होती हैं, जो प्रोसेसर के कार्य को प्रभावित करती है.
लेकिन साधारण भाषा में बात करें तो….
अगर हम किसी साधारण प्रोसेसर को मोबाइल का एक हाथ मान लेते हैं, तो….

  • डुएल कोर प्रोसेसर के कार्य करने की क्षमता 2 हाथों के बराबर होती है
  • क्वॉड कोर प्रोसेसर के कार्य करने की क्षमता 4 हाथों के बराबर होती है और
  • ऑक्टा कोर प्रोफेसर 8 हाथों के बराबर कार्य करता है. आप ऐसा मान सकते हैं.

जिस प्रोसेसर के अंदर जितने अधिक कोर होते हैं उसके कार्य करने की क्षमता उतनी अधिक बढ़ जाती है.
अगर आप अपने मोबाइल पर मात्र एक ही एप्लीकेशन चलाते हैं तो ऑक्टा कोर प्रोसेसर की परफॉर्मेंस और सामान्य प्रोफेसर की परफॉर्मेंस एक जैसी ही नजर आती है. क्योंकि काम बहुत कम है तो सामान्य प्रोफ़ेसर भी अच्छी परफॉर्मेंस देता है.

 लेकिन अगर आप मल्टीटास्किंग कर रहे हैं अर्थात आपके मोबाइल पर एक से ज्यादा कार्य चल रहे हैं तो उस अवस्था में एक से अधिक कार्य को संभालने के लिए जितने अधिक कोर का प्रोसेसर होता है कार्य उतनी आसानी से और कम से कम समय में संपन्न हो जाता है.

हालांकि मोबाइल की रैम भी सफिशिएंट होनी चाहिए. टास्क परफॉर्मेंस में रैम की भी आवश्यकता होती है.

ऑक्टा कोर प्रोसेसर के फायदे

प्रोसेसर डाटा को कंप्यूटिंग करने के लिए प्रयोग में लाया जाता है. जितना अधिक कोर का प्रोसेसर होता है. वह उतनी अधिक जल्दी और उतनी अधिक मल्टीपल टास्को को एक साथ प्रोसेस करके उसका रिजल्ट प्रदान करता है.

इस कारण आपका मोबाइल, लैपटॉप या अन्य कोई डिवाइस गुड परफॉर्मेंस प्रदान करती है. कम समय में टास्क कंप्लीट हो जाता है.

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